भारतीय कांग्रेस अध्यक्ष सैम पित्रोदा के बारे में पढ़े :
भारतीय कांग्रेस ने सैम पित्रोदा को अध्यक्ष के रूप में इस्तीफा देने के दो महीने से भी कम समय में सैम पित्रोदा को नियुक्त किया गया सैम पित्रोदा ने 8 मई को इस्तीफा दिया जिसे पार्टी ने मर्जी से लिया गया । फैसला बताया। भारतीय कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल तथा मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा यह निर्णय लिया गया है। सैम पित्रोदा कई विवादों के केंद्र रहे हैं फिर भी उनकी योग्यता और प्रभाव कांग्रेस की रणनीति के लिए अपरिहार्य मालूम होते हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर हमला बोला :
सैम पित्रोदा को भारतीय कांग्रेस के अध्यक्ष फिर से बनाये जाने को लेकर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को लोकसभा चुनाव प्रचार के बाद प्रधानमंत्री मोदी के साक्षात्कार की क्लिप साझा की |
जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव समापन के बाद सैम पित्रोदा के अपने पद पर वापस आने की भविष्यवाणी की। और फिर वह ही हुआ की कांग्रेस ने बुधवार को सैम पित्रोदा को भारतीय कांग्रेस का अध्यक्ष फिर से बनाया गया।
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सैम पित्रोदा क्या बाते बताई ?
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान सैम पित्रोदा ने कुछ बयान और टिप्पणियाँ की जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अस्वीकार की। और फिर आपसी असमंजस्य से सैम पित्रोदा ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया। इसके बाद उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा की किस संदर्भ में बयान दिए गए थे और बाद में प्रधानमंत्री मोदी उन्हें तोड़-मरोड़ कर पेश किया। कांग्रेस ने सैम पित्रोदा को इस आश्वासन पर फिर से नियुक्त किया और कहा की वे भविष्य में इस तरह के विवादों को जन्म नहीं होने देंगे |
सैम पित्रोदा ने स्टेटमेंट में क्या कहा था :
सैम पित्रोदा ने भारत की क्षेत्रीय विविधता पर टिप्पणी ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया जो क्या था सैम पित्रोदा ने कहा “हम भारत देश को एक साथ रखते हैं जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे, पश्चिम के लोग अरब जैसे, उत्तर के लोग गोरे जैसे, और दक्षिण के अफ्रीका जैसे दिखते हैं। लेकिन इससे हमे कोई फर्क नहीं। हम सभी भाई-बहन हैं।” इन शब्दो को असंवेदनशील माना गया जिससे आलोचना हुई।
प्रधानमंत्री मोदी को चुनाव में कैस फायदा मिला :
सैम पित्रोदा के शब्दो को असंवेदनशील माना गया जिसकी आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान इनशब्दो का फायदा उठाया और सैम पित्रोदा के विचारों को भारतीय कांग्रेस के रवैये का प्रतिबिंब बताया। और फिर चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री मोदी ने पित्रोदा को राहुल गांधी के मार्गदर्शक के रूप में भी बताया |