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अदानी एंटरप्राइजेज शेयर मूल्य : हिंडनबर्ग रिसर्च से अदानी स्टॉक पर असर

अदानी एंटरप्राइजेज शेयर मूल्य : हिंडनबर्ग रिसर्च से अदानी स्टॉक पर असर

हिंडनबर्ग रिसर्च और अदानी स्टॉक ख़बर :

अदानी समूह के 10 शेयरों में से चार अडानी पावर लिमिटेड, अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड, अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड और एसीसी लिमिटेड, हिंडनबर्ग रिसर्च के जनवरी 2023 के आरोपों से पूरी तरह उभर ही चुके थे जिन शेयरों के लिए अडानी समूह पर धोखाधड़ी और शेयर की कीमत में ज़बरदस्त हेरफेर का आरोप लगाया था।

हिंडनबर्ग रिसर्च ने रविवार, 11 अगस्त को सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की जिसमें शॉर्ट-सेलर पर बुच के चरित्र हनन के प्रयास का आरोप लगाया था। फिर एक्स अकाउंट की एक पोस्ट पर शॉर्ट-सेलर ने कहा कि बाजार नियामक बॉस की प्रतिक्रिया कई नए सवाल उठाती है।

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अदानी एंटरप्राइजेज शेयर मूल्य के बारे में जाने :

सेबी ने कहा कि निवेशकों को शांत रहना चाहिए और ऐसी रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया देने से पहले सावधानी रखनी चाहिए। सेबी द्वारा निवेशक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाठकों को यह समझ लेना चाहिए कि हिंडनबर्ग रिसर्च के पास प्रतिभूतियों में शॉर्ट पोजीशन ही हो सकती है। शनिवार की रात को हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें दावा किया कि बुच के पास बरमूडा और मॉरीशस में स्थित ऑफशोर फंडों में हिस्सेदारी थी जिसका इस्तेमाल गौतम अदानी के भाई विनोद अदानी ने अडानी समूह के शेयरों में बड़ी मात्रा में बढ़त पाने और व्यापार के लिए किया था।

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हिंडनबर्ग रिसर्च 2023 रिपोर्ट के बाद से अडानी के शेयरों में 26-78 प्रतिशत की गिरावट आई थी और आज सुबह इन शेयरों में 17 प्रतिशत तक की गिरावट आई लेकिन बाद में सुधार हुआ।

हिंडनबर्ग रिसर्च ने शनिवार को आरोप लगाया कि सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति ने बरमूडा और मॉरीशस में अस्पष्ट ऑफशोर फंड में निवेश किया था वही संस्थाएं जिनका विनोद अदानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदानी के भाई द्वारा फंड को राउंड ट्रिप करने और स्टॉक की कीमतों को बढ़ाने में इस्तेमाल किया जाता है। फिर जवाब में बुच और उसके पति धवल बुच ने रविवार को बयान में कहा कि ये निवेश 2015 में किए गए थे जो कि 2017 में सेबी के पूर्णकालिक सदस्य के रूप में उनकी नियुक्ति और मार्च 2022 में अध्यक्ष के रूप में उनकी पदोन्नति से काफी समय पहले और एक निजी नागरिक की हैसियत से किए गए थे।

इक्विटी स्ट्रैटेजी के निदेशक क्रान्ति बाथिनी ने कहा :

क्रान्ति बाथिनी ने कहा की स्टॉक की कीमतें आय की गुलाम हैं। अगर हिंडनबर्ग रिसर्च में ऐसे मुद्दे उठाए गए जो अदानी समूह की आय को प्रभावित कर सकते हैं तो उन्हें चिंता होगी। उन्होंने सेबी अध्यक्ष से संबंधित आरोपों के अलावा रिपोर्ट में दावे पहले से ही बाजार को पता हैं। नई रिपोर्ट मध्यम से लंबी अवधि में अदानी समूह की आय क्षमता को नुकसान पहुंचाएगी।

 

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