दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल :
जमानत मिलने और छह महीने बाद जेल से बाहर आने के दो दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दोपहर पार्टी की बैठक में मुख्यमंत्री पद से अपने इस्तीफे की घोषणा की है। केजरीवाल ने कहा दो दिन बाद मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। जब तक जनता फैसला नहीं सुनाती मैं उस कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।
दिल्ली में चुनाव होने में अभी कई महीने बाकी हैं। मुझे कानूनी अदालत से न्याय मिला उसी तरह मुझे जनता की अदालत से भी न्याय मिलेगा। और मैं दिल्ली की जनता के आदेश के बाद ही कुर्सी पर बैठूंगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा की मैं दिल्ली की जनता से पूछना चाहता हूं कि अरविंद केजरीवाल निर्दोष हैं या दोषी?
और फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह अंग्रेजों से भी ज्यादा तानाशाही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने क्या बताया और जानें :
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के लिए नए मुख्यमंत्री का चयन करने के लिए अगले दो दिनों के भीतर आप पार्टी के विधायकों की बैठक होगी। आम आदमी पार्टी (आप) के एक नेता ने कहा कि उनके इस्तीफे के बाद पार्टी के किसी सदस्य को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। साथ ही अरविंद केजरीवाल ने यह भी मांग की कि राष्ट्रीय राजधानी में फरवरी में होने वाले चुनाव महाराष्ट्र में होने वाले चुनावों के साथ नवंबर में करवाए जाएं।
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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे पर पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से भी बात की है। मनीष सिसोदिया को भी हाल ही में दिल्ली की शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोपों के सिलसिले में जमानत दी गई थी। मैंने मनीष से बात कि वह तभी पद संभालेंगे जब लोग कहेंगे कि हम ईमानदार हैं। मेरा और सिसोदिया का भाग्य अब आपके हाथों में है।
गिरफ्तार होने के बावजूद मेने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया क्योंकि में लोकतंत्र को बचाना चाहता था। और भाजपा वालो ने (कर्नाटक के मुख्यमंत्री) सिद्धारमैया, (केरल के मुख्यमंत्री) पिनाराई विजयन, (बंगाल की मुख्यमंत्री) ममता दीदी (बनर्जी) के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। मैं गैर भाजपाइयों से अपील करना चाहता हूं कि अगर वे आपके खिलाफ मामले दर्ज करते हैं तो इस्तीफा न दें। यह भाजपाइयों का नया खेल है।
भाजपा ने क्या कहा :
रविवार को भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मांग की कि वे मंत्रिमंडल भंग करें क्योंकि उन्होंने घोषणा की थी कि वे दो दिन में इस्तीफा दे देंगे।
जनता ने तीन महीने पहले ही अपना फैसला सुना दिया था और ]केजरीवाल को जेल भेज दिया था जिससे उन्हें लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिलीं। इसलिए अगर केजरीवाल में थोड़ी सी भी नैतिकता है तो पूरे मंत्रिमंडल को इस्तीफा दे देना चाहिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कल पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की और उन्हें बताया कि उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा करने का फैसला किया है। मनीष सिसोदिया के आवास पर एक अन्य बैठक में आप के नेताओं ने इस कदम के पीछे की रणनीति तैयार की है।
इस चौंकाने वाले घटनाक्रम पर भाजपा के हरीश खुराना ने सवाल उठाया कि आप नेता नाटक क्यों कर रहे हैं। 48 घंटे बाद क्यों? उन्हें आज ही इस्तीफा दे देना चाहिए। पहले भी उन्होंने ऐसा किया है। जब वह सचिवालय नहीं जा सकते, दस्तावेजों पर हस्ताक्षर नहीं कर सकते? फिर क्या मतलब है? यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा समय से पहले चुनाव के लिए तैयार है तो हरीश खुराना ने जवाब में कहां हम तैयार हैं हम 25 साल बाद दिल्ली की सत्ता में फिर लौटेंगे।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने की बैठक :
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कल पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की और उन्हें बताया कि उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा करने का फैसला किया है। मनीष सिसोदिया के आवास पर एक अन्य बैठक में आप के नेताओं ने इस कदम के पीछे की रणनीति तैयार की है।
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भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा :
वीरेंद्र सचदेवाने ने कहा केजरीवाल कह रहे हैं कि लोगों को तय करना चाहिए कि उन्हें मुख्यमंत्री बनना चाहिए या नहीं। तो लोगों ने तीन महीने पहले लोकसभा चुनाव के दौरान अपना फैसला सुना दिया था। लोगों ने अपना जवाब दिया और आपको आपकी जगह पर खड़ा कर दिया। और वीरेंद्र सचदेवा ने बोला कि जब दिल्ली में लोग पानी के लिए संघर्ष कर रहे थे बाढ़ के पानी में छात्र करंट की चपेट में आए, सीवर ओवरफ्लो हुए, और बिजली के बिल बढ़े तब इस्तीफा क्यों नहीं दिया।
कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव :
दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव ने कहा बेहतर होता अगर उन्होंने तब इस्तीफा दिया होता जब दिल्ली बाढ़ और पीने के पानी की कमी से जूझ रही थी। मुझे उम्मीद है कि दिल्ली को जल्द ही एक नया मुख्यमंत्री मिलेगा जो कार्यालय में जाकर फाइलों पर हस्ताक्षर कर सके। और केजरीवाल के इस्तीफे के स्वागत में कहा कि देर आए दुरुस्त आए।
भाजपा के हरीश खुराना ने क्या कहा :
इस चौंकाने वाले घटनाक्रम पर भाजपा के हरीश खुराना ने सवाल उठाया कि आप नेता नाटक क्यों कर रहे हैं। 48 घंटे बाद क्यों? उन्हें आज ही इस्तीफा दे देना चाहिए। पहले भी उन्होंने ऐसा किया है। जब वह सचिवालय नहीं जा सकते, दस्तावेजों पर हस्ताक्षर नहीं कर सकते? फिर क्या मतलब है? यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा समय से पहले चुनाव के लिए तैयार है तो हरीश खुराना ने जवाब में कहां हम तैयार हैं हम 25 साल बाद दिल्ली की सत्ता में फिर लौटेंगे।
वरिष्ठ भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी :
सुधांशु त्रिवेदी ने बताया कि झारखंड से मधु खोड़ा, बिहार से लालू प्रसाद यादव, तमिलनाडु से करुणानिधि और जयललिता जैसे कई नेताओं ने जेल जाने से पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया ताकि सरकार चलती रहे और जनता को कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े। और अब वह कैबिनेट की बैठक क्यों नहीं बुलाते और एलजी (उपराज्यपाल) को पत्र लिखकर तुरंत इसे भंग क्यों नहीं कर देते और दिल्ली में चुनाव क्यों नहीं करवाते?
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आप नेता और मंत्री आतिशी ने क्या बताया ?
आप नेता और मंत्री आतिशी ने बताया की चुनाव कराने के लिए विधानसभा को भंग करने की जरूरत नहीं है। चुनाव अब कभी भी हो सकते हैं क्योंकि चुनाव से पहले सिर्फ छह महीने हैं। आतिशी ने यह स्पष्ट किया कि केजरीवाल लंबे सप्ताहांत और सरकारी छुट्टियों के कारण दो दिन बाद इस्तीफा दे देंगे। क्योंकि आज रविवार है और कल ईद की छुट्टी के कारण आने वाले मंगलवार, 17 सितंबर को इस्तीफा दे देंगे।