कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने क्या कहा ?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका के डलास में सार्वजनिक भाषणों में भाजपा और उसके वैचारिक अभिभावक आरएसएस पर निशाना साधा है। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने टेक्सास विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ बातचीत और प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए व्यापक मुद्दों पर बात की।
भाजपा ने इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राहुल को भारत का अपमानीत करने की आदत है। प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए राहुल ने बताया कि आरएसएस का मानना है कि भारत एक विचार है लेकिन कांग्रेस इसे विचारों की बहुलता मानती है।
और फिर इस लोकसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए कहा भाजपा को बहुमत नहीं मिला चुनाव नतीजों के तुरंत बाद भाजपा का डर गायब हो गया। उन्होंने कहा चुनाव नतीजों के बाद कोई भी भाजपा और भारत के प्रधानमंत्री से नहीं डरता । ये बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं राहुल गांधी या कांग्रेस की नहीं बल्कि पुरे भारत के लोगों की जिन्होंने महसूस किया कि हम संविधान पर हमला स्वीकार नहीं कर सकते हैं।
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बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा :
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार, 9 सितंबर को लोकसभा में विपक्ष के कांग्रेस नेता को कांग्रेस के वंशवाद का युवराज बताया और अमेरिका यात्रा के दौरान आरएसएस और बेरोजगारी पर की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता देश का अपमान करना चाहते हैं और देश की छवि खराब करना चाहते हैं। और कहा विपक्ष में बैठा एक आदमी जो सोने का चम्मच लेकर पैदा हुआ है जमीनी हकीकत नहीं जानता और उसे समझने की कोशिश नहीं करता। उसके पास कोई विजन नहीं वो वही बोलता है जो उसे लिखकर देते है।
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राहुल गांधी ने अमेरिका में क्या कहा :
लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में अपनी पहली विदेश यात्रा के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका में राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि इस साल की शुरुआत में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद लोगों का भाजपा से डर खत्म हो गया। उन्होंने यह भी बताया कि लोगों को एहसास हो गया कि वे संविधान धर्म और राज्यों पर हमले बर्दाश्त नहीं कर सकते। चुनाव में लोगों ने जो समझा वह मैंने साफ देखा है।
जब मैं संविधान को इस तरह से देखता था तो लोग समझ जाते थे कि मैं क्या कह रहा हूं। और सबसे महत्वपूर्ण बात वे यह समझ गए कि जो कोई भी हमारे संविधान पर हमला कर रहा है वह धार्मिक परंपरा पर भी हमला कर रहा है। इसीलिए संसद में अपने पहले भाषण में आपने गौर किया होगा जब मैंने अभय मुद्रा का वर्णन किया यह तथ्य कि हाथ निर्भयता का प्रतीक है और यह हर भारतीय धर्म में मौजूद है हर एक भारतीय धर्म गुरु नानक जी अपना हाथ इस तरह से पकड़ते हैं शिव इसे इस तरह से पकड़ते हैं। हर भारतीय धर्म में हाथ निर्भयता का प्रतीक है। जब मैं यह कह रहा था तो भाजपा इसे बर्दाश्त नहीं कर सकी।
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भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी :
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि कांग्रेस नेता चीन के लिए लड़ने को आतुर हैं। क्या यह चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ उनके एमओयू की वजह से है कि वह हमेशा चीन के लिए लड़ते हैं और भारत के लिए नहीं कांग्रेस नेता भारतीय न्याय व्यवस्था पर हमला करते हैं क्योंकि वह जमानत पर बाहर हैं। वह भारत में सामाजिक तनाव की भविष्यवाणी करते हैं क्योंकि यह उनकी फूट डालो और राज करो की रणनीति है।
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सैम पित्रोदा ने क्या कहा ?
सैम पित्रोदा ने कहा कि वह अब पप्पू नहीं रहे। क्योंकि उनके सभी बयान भारत के खिलाफ झूठ को दर्शाते हैं उनके सभी बयान ऐसे व्यक्ति को दर्शाते हैं जो समाज को विभाजित करना चाहता हो और जो चीन के लिए लड़ना चाहता है। वह हिंदू देवताओं का अपमान करते हैं कि इसका मतलब भगवान नहीं है। यही कारण है कि भारतीय गठबंधन हमेशा सनातन के खिलाफ है।
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